
रूह के शोले..
रूह आ... आ. रूहे पाक खुदानंद आ तु आ
जान जिस्म और रूह में तु बस जा
आ… आ… आ तू आ…
1.रूह के शोले लपक लपक जब आते हैं
बंधन सारे टूटके गिरते जाते है x2
2.बारिश होगी रूहे पाक के बादल से
धुल जायेंगी मैले मन भी अंदर से x2
3.रूह की सूरत में यीशु जब आएगा
तहस-नहस होगा, शैतान हिल जाएगा x2