बोलो जय..
बोलो जय, मिलकर जय,
बोलो जय, यीशु की जय,
बोलो जय, जय, जय।
1. प्रेम की तेरी यही रीत,
मन में भर दे अपनी प्रीत,
तेरे प्रेम के गाये गीत, हालेलूय्याह…
2. क्रूस, पर अपना खून बहा,
मुझ पापी को दी शिफा,
मन मेरे तू बोल सदा, हालेलूय्याह…
3. तेरे कुदरत की यह शान,
खुद ही दाता खुद ही दान,
पूरे कर मन के अरमान, हालेलूय्याह…
4. खिदमत अपनी ले मुझसे,
इस मन्दिर में तू बसे,
हिन्द में तेरा नाम रहे, हालेलूय्याह…
