मन मन्दिर में..
मन मन्दिर में बसने वाला
यीशू तू है निराला..
1. जिसके मन में तू जनम ले
अविनाशी आनंद से भर दे
आदि अनंत की प्रीत रीत की
जल जायेगी ज्वाला..
2. मूसा को तूने पास बुलाया
स्वर्गलोक का भवन दिखाया
महापवित्र स्थान में रहकर
आप ही उसे संभाला..
3. पाप में दुनियां डूब रही थी
परम पिता से दूर रही थी
महिमा अपनी आप ही तजकर
रूप मनुष्य ले आया..
4. प्रेम हमें अनमोल दिखाया
प्रेम के खातिर रक्त बहाया
क्रूस पर अपनी जान को देकर
मौत से हमें छुड़ाया..
5. हर विश्वासी प्रेम से आये
खुशी से अपनी भेंट चढ़ाये
अंधकार अब सब दूर हुए हैं
मन में हुआ उजाला ..
