मैं न जाऊँगी, भरने को पानी कभी | main na jaoongee bharane ko paanee kabhee Lyrics.

मैं न जाऊँगी, भरने को पानी कभी | main na jaoongee bharane ko paanee kabhee

मैं न जाऊँगी भरने को पानी कभी

जिनको आँखों से हमने, न देखा कभी
आज उसने बदल दी, हमारी ज़िन्दगी
मैं न जाऊँगी, भरने को पानी कभी

ये वाक्या है सामरी औरत का देखिये
ईसा से उसकी बात हुई कैसे देखिये

ईसा चले यहूदा से, जिस दम गलील को
पहुंचे वो जब एक सामरी सूखार शहर को

उस शहर के करीब था याकूब का कुआं
थे आप कुछ थके हुए, जा बैठे फिर वहां

औरत एक आई, पानी जो भरने के वास्ते
फ़रमाया उससे पानी तू पिला दे आज मुझे

औरत ये बोली, तू है यहूदी, मैं सामरी
जब सामरी, यहूदी में निस्बत नहीं कोई
दोनों में कोई मेल नहीं, जानता है तू
फिर पानी मुझसे पीने को क्यों मांगता है तू

ईसा ये बोले, तू मुझे पहचानती नहीं
माँगा है किसने पानी तुझसे जानती नहीं

पानी पिला के मुझको, बुझा अपनी प्यास तू
सुन जिंदगी में अब न रहेगी उदास तू

वो ज़िन्दगी का पानी पिलाऊंगा मैं तुझे
बुझ जाए तेरी प्यास, अब्द तक के वास्ते

औरत ये बोली, तू मुझे पानी पिला दे तू
ये रोज़ रोज़ पानी का भरना छुड़ा दे तू

ईसा ने उसको जाम-ए-हक़ीकत पिला दिया
अपना बना के उसको खुदा से मिला दिया

वो पानी भरना भूल के दीवानी हो गई
और जा के सामरी में, वो लोगों से बोल उठी -4

मैं न जाऊँगी
मैं न जाऊँगी, भरने को पानी कभी

प्यास मन की बुझी, दिल मेरा भर गया
प्यास मन की बुझी, प्यास मन की बुझी
मैं न जाऊँगी, मैं न जाऊँगी
मैं न जाऊँगी, भरने को पानी कभी -4
मैं न जाऊँगी, भरने को पानी कभी
प्यास मन की बुझी, दिल मेरा भर गया

ये जमीं मेरे खातिर, बनीं आसमां
आज मुझको ज़मीं पर, खुदा मिल गया -4
मैं न जाऊँगी, भरने को पानी कभी

उसने पीने को माँगा था, पानी मगर
प्यास उसने बुझाई, मेरे सर बसर
मुझको मालूम था, कि यहूदी है वो

ज़िन्दगी भर का वो, आसरा मिल गया
मैं न जाऊँगी, भरने को पानी कभी

आज का दिन, सुहाना है मेरे लिए
एक नया अब ज़माना है मेरे लिए
उसने दिखला दिया
अब खुदा है मुझे

ये करम उसका कितना बड़ा हो गया

मैं न जाऊँगी, भरने को पानी कभी
प्यास मन की बुझी, दिल मेरा भर गया
प्यास मन की बुझी, प्यास मन की बुझी
प्यास मन की बुझी, दिल मेरा भर गया
मैं न जाऊँगी, भरने को पानी कभी
मैं न जाऊँगी, मैं न जाऊँगी
मैं न जाऊँगी, भरने को पानी कभी -4