
मैं चिराग हूँ येशु नाम का...
मैं चिराग हूँ येशु नाम का
जलता हूँ उसकी शान में
मुझे क्या बूझायेंगी आँधियां
मैं हूँ पाक रूह की अमान (सुरक्षा) में
मैं चिराग हूँ....
1. मैं भरा हूँ उसके कलाम से
और ज़िन्दगी के पैगाम से
है ईमान की आग लगी हुई
मेरी रूह में मेरी जान में
मुझे क्या बूझायेंगी.
2. मैं नूर का फ़रजंद (पुत्र) हूँ
रूह ऐ खुदा की पसंद हूँ
मेरी रोशनी ने जन्म लिया
एक रास्ती के मकान मैं
मुझे क्या बुझायेंगी.........